भाग्य से ज्यादा और समय से पहले किसी को न सफलता मिलती है और न ही सुख ! विवाह, विद्या ,मकान, दुकान ,व्यापार, परिवार, पद, प्रतिष्ठा,संतान आदि का सुख हर कोई अच्छा से अच्छा चाहता है किंतु मिलता उसे उतना ही है जितना उसके भाग्य में होता है और तभी मिलता है जब जो सुख मिलने का समय आता है अन्यथा कितना भी प्रयास करे सफलता नहीं मिलती है ! ऋतुएँ भी समय से ही फल देती हैं इसलिए अपने भाग्य और समय की सही जानकारी प्रत्येक व्यक्ति को रखनी चाहिए |एक बार अवश्य देखिए -http://www.drsnvajpayee.com/
यदि जन्म समय सही सही न पता हो तो भी सही कुंडली बनाई जा सकती है क्या ?
आपका जो जन्म समय आपको पता है वो घर वालों की गलती से,प्रसव कराने वाली डॉक्टरों की गलती से या उस समय देखी गई घड़ी की गलत सेटिंग होने से संभव है कि आपका जन्म समय आपको सही न पता हो उसमें कुछ अंतर हो गया हो !ऐसी परिस्थिति में पुराने समय में जब घड़ियाँ नहीं होती थीं तब जन्म समय देखने के लिए जिस तकनीक का प्रयोग किया जाता था हमारे यहाँ ज्योतिष की उसी पुरानी तकनीक का सहारा लेकर कुंडलियाँ सही बनाई जाती हैं उसी तकनीक के प्रयोग से अभी भी सही समय का निश्चय किया जाता है ।दूसरी बात कम्प्यूटर के द्वारा बनाई गई कुंडलियों में और पञ्चांग के अनुशार देखने पर कई कुंडलियों में काफी अंतर आ जाता है अतएव उसका निराकरण ज्योतिषशास्त्र की प्राचीन पद्धतियों से ही करना होता है जिसके लिए आप हमारे यहाँ संपर्क कर सकते हैं ।
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