इसी समय दिल्ली में प्रदूषण की मात्रा बहुत बढ़ी हुई है !ऐसे में प्रदूषण और भूकंप का भी आपसी कोई संबंध है क्या ?
कश्मीर के लोगों में अब फिर पागलपन सवार होगा ,आतंकवाद में जन भागीदारीफिर देखने को मिलने लगेगी | पत्थरवाजी जैसी दुर्घटनाएँ फिर प्रारंभ होंगी !सरकार को विशेष सावधानी वर्तनी चाहिए !
अब देखिए इस भूकंप का फल !
इस भूकंप से प्रभावित क्षेत्र के आकाश में धुआँ धुँआ सा दिखाई पड़ने
लगेगा तेज हवाएँ चलना भी संभव है आँधी तूफान का प्रकोप भी बढ़ सकता है !
सूर्य की किरणें भी धूमिल दिखेंगी अनाज, जल और औषधियों का नाश होगा !
शरीरों में सूजन ,दमा एवं खाँसी
से उत्पन्न पीड़ा बढ़ने लगेगी ।ज्वर रोग तथा पागलपन की परेशानियाँ बढ़ेंगी
इस क्षेत्र के अच्छे खासे शिक्षित और समझदार लोग भी न केवल पागलों जैसी
दलीलें देते दिखेंगे अपितु उपद्रवी गतिविधियों में सम्मिलित होने में भी
गर्व महसूस करेंगे ।
डॉक्टरों ,सैनिकों, महिलाओं नाचने गाने वालों ,फिल्मी कलाकारों एवं
कारीगरों और व्यापार करने वाले लोगों पर विशेष भारी है ये भूकंप !ऐसे भूकंप
से प्रभावित क्षेत्र के लोगों को दिमागी चक्कर आने की बीमारियाँ बढ़ती हैं
अचानक ऐसा गुस्सा आता है कि मरने मारने को उतारू हो जाते हैं इस भूकंप से
प्रभावित क्षेत्रों के लोग !
साँस फूलने संबंधी बीमारियाँ भयंकर रूप लेती जाती हैं इस भूकंप का
प्रभाव तो 200 दिनों का होता है किंतु जैसे जैसे समय बीतता है वैसे वैसे
घटता चला जाता है तब भी18-12-2017का समय विशेष भारी होगा और 20 -4-2018 परेशान करता रहेगा ।इस भूकंप से प्रभावित क्षेत्र को तब तक स्वास्थ्य समस्याओं के साथ साथ आतंकवादी समस्याओं से भी विशेष सावधान रहना होगा !
सरकार को ध्यान देने की आवश्यकता है कि इस क्षेत्र में कोई तनाव न तैयार होने पाए !
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