भूकंप - मेरठ में और दिल्ली में भूकंप !
1. पहला भूकंप -रविवार(
नौ सितंबर) को शाम चार बजकर 37 मिनट पर दिल्ली में आया था जिसका केंद्र हरियाणा का झज्जर था इसकी तीव्रता 3.8 थी !
2. दूसरा भूकंप - उत्तरप्रदेश के मेरठ जिले में सोमवार सुबह
6:28 पर भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। इसकी
तीव्रता 3.6 आंकी गई है। भूकंप का केंद्र मेरठ के खरखौदा में
था।
इन दोनों भूकंपों का जन्म सूर्य से हुआ था इसलिए इनका फल भी सूर्य के
गुणों वाला ही होगा !यद्यपि इन दोनों भूकम्पों की तीव्रता बहुत कम थी
इसलिए इनका प्रभाव भी कमजोर ही होगा !फिर ये दोनों भूकंप अपने अपने
क्षेत्रों में वर्षा समाप्ति की घोषणा करने आए हैं अर्थात वर्षा ऋतु समाप्त
! दिल्ली के आस पास अब 20 अक्टूबर 2018 तक पानी नहीं बरसेगा और बरसा भी
तो उसकी मात्रा बहुत कम होगी !
हल्का भूकंप होने के कारन ये प्रभाव भी हल्के ही होंगे !
क्या है इस भूकम्प का फल -
इस भूकंप का निर्माण सूर्य की किरणों के द्वारा हुआ है इसलिए 'सूर्यज' भूकंप
होने के कारण भूकंपीय क्षेत्र के वातावरण में सीमा से अधिक गरमी बढ़नी
स्वाभाविक है !
यहाँ सूखीखाँसी, साँस लेने की समस्या एवँ आँखों में जलन आदि जानलेवा
होती जाएगी !गर्मी की अधिकता से होने वाले और रोग भी अधिक बढ़ेंगे !
इसी 'सूर्यज' भूकंप के प्रभाव से प्रभावित क्षेत्र के लोगों के मनों
में तनाव बढ़ता चला
जाएगा आत्मबल घटेगा ! इसीकारण समाज में उन्माद भावना पनपेगी !जगह जगह
असंतोष उन्माद जैसी दुर्घटनाएँ देखने को मिलने लगेंगी !यहाँ तक कि भारत पाक
की सीमा पर भी विशेष सतर्कता बरती जानी चाहिए !आतंकवादी घटनाओं को रोकने के
लिए खुपिया एजेंसियों को सतर्क कर दिया जाना चाहिए !स्थानीय लोग भी
इस समय विशेष उत्तेजित हो जाएँगे !ये समय भूकंप से विशेष प्रभावित
लोगों के चिंतन को अत्यंत उग्र अर्थात दूषित कर देगा !जिससे इस क्षेत्र में
लोगों के आपसी सम्बन्ध दिनोंदिन तनाव पूर्ण होते चले जाएँगे !लोग एक दूसरे
के साथ मरने मारने पर उतारू हो जाएंगे निकट भविष्य में विशेष अशांति बढ़ना
संभव है !लोगों के आपसी सम्बन्धों में कटुता बढ़ती चली जाएगी !लोगों के आपसी
संबंध अविश्वसनीय होते चले जाएंगे !इस क्षेत्र में घुस पैठ कर चुके आतंकी लोग स्थानीय लोगों के साथ मिलकर सैनिकों के विरुद्ध कभी भी
किसी बड़ी अप्रिय वारदात को आतंकी लोग अंजाम दे सकते हैं !
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Updated Sun, 23 Sep 2018 09:05 PM IST
ReplyDeleteदिल्ली में गलघोंटू बीमारी से अब तक 18 बच्चों की मौत, 200 सीरम सीआरआई अस्पताल पहुंचीsee more....https://www.amarujala.com/delhi-ncr/18-children-dead-due-to-diphtheria-in-delhi
Monday, Sep 24, 2018
ReplyDeleteनई दिल्ली/अनुराग जैन। राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के इलाके में गलघोंटू यानी डिप्थीरिया का कहर मासूमों की जान ले रहा है। जीटीबी नगर स्थित महर्षि वाल्मीकि संक्रामक रोग अस्पताल में 20 दिन में 15 बच्चों की मौत से हड़कंप मच गया है।यूपी के बुलंदशहर, गाजियाबाद और दिल्ली के बच्चे इस रोग का शिकार बन रहे हैं। इस बीमारी के चलते कई बच्चों की मौत भी हो चुकी है।आंकड़ों के मुताबिक वाल्मीकि संक्रामक रोग अस्पताल में डिप्थीरिया से पीड़ित 85 बच्चे भर्ती हैं। इनमें से 6 मरीज दिल्ली के हैं जबकि अन्य उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, बुलंदशहर, सहारनपुर और मुरादाबाद आदि जिलों से यहां लाए गए हैं। बीमार बच्चों के परिजन बेहद चिंतित और परेशान हैं।see more....https://www.navodayatimes.in/news/khabre/asia-cup-2018-india-will-be-playing-against-bangladesh-in-super-four/95535/
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Updated Sat, 29 Sep 2018 05:50 AM IST
ReplyDeleteदिल्ली में बच्चों के मरने का सिलसिला जारी, डिप्थीरिया से 3 और की मौत, आंकड़ा 24 पहुंचा see more....https://www.amarujala.com/delhi-ncr/three-more-children-die-from-diphtheria-in-delhi
ReplyDeleteहरियाणा के बाद अब उत्तर प्रदेश के मेरठ में आए भूकंप से हिला दिल्ली-एनसीआर
Publish Date:Mon, 10 Sep 2018 03:59 PM (IST)
दिल्ली-एनसीआर में 24 घंटे में दूसरी बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। रविवार के बाद सोमवार सुबह उत्तर प्रदेश के मेरठ में भूकंप आया, जिसकी वजह से दिल्ली में भी भूकंप के झटके लगे।समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, भूकंप सोमवार सुबह 6.28 मेरठ के खरखौदा में आया, इससे लोगों में दहशत फैल गई। हालांकि, इसके चलते जान माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। हरियाणा के झज्जर जिले में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। जहां रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.7 मापी गई है। see more...https://www.jagran.com/news/national-ncr-earthquake-tremors-felt-in-delhi-ncr-18406722.html
ReplyDeleteडिफ्थीरिया के लक्षण
इस बीमारी के लक्षण संक्रमण फैलने के दो से पांच दिनों में दिखाई देते हैं।
डिफ्थीरिया होने पर सांस लेने में कठिनाई होती है।
गर्दन में सूजन हो सकती है, यह लिम्फ नोड्स भी हो सकता है।
बच्चे को ठंड लगती है, लेकिन यह कोल्ड से अलग होता है।
संक्रमण फैलने के बाद हमेशा बुखार रहता है।
खांसी आने लगती है, खांसते वक्त आवाज भी अजब हो जाती है।
त्वचा का रंग नीला पड़ जाता है।
संक्रमित बच्चे के गले में खराश की शिकायत हो जाती है।
शरीर हमेशा बेचैन रहता है।
ReplyDeleteन्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Updated Sun, 23 Sep 2018 09:05 PM IST
राजधानी दिल्ली में 15 दिन के भीतर डिप्थीरिया (गलघोंटू) बीमारी से 18 बच्चों की मौत हो गई।पीड़ित 147 बच्चे किंग्सवे कैंप स्थित महर्षि वाल्मीकि अस्पताल में भर्ती हुए हैं। इनमें यूपी से 122, दिल्ली से 14 और हरियाणा से 11 बच्चे भर्ती हुए see more....https://www.amarujala.com/delhi-ncr/18-children-dead-due-to-diphtheria-in-delhi
नवभारत टाइम्स | Updated:Sep 24, 2018, 08:00AM IST
ReplyDeleteदादरी में डिप्थीरिया के लक्षण वाले 7 बच्चे मिलेsee more...https://navbharattimes.indiatimes.com/state/uttar-pradesh/noida/7-children-with-symptoms-of-diphtheria-in-dadri/articleshow/65924110.cms
ReplyDeleteMonday, Sep 24, 2018
नई दिल्ली/अनुराग जैन। राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के इलाके में गलघोंटू यानी डिप्थीरिया का कहर मासूमों की जान ले रहा है। जीटीबी नगर स्थित महर्षि वाल्मीकि संक्रामक रोग अस्पताल में 20 दिन में 15 बच्चों की मौत से हड़कंप मच गया है।यूपी के बुलंदशहर, गाजियाबाद और दिल्ली के बच्चे इस रोग का शिकार बन रहे हैं। इस बीमारी के चलते कई बच्चों की मौत भी हो चुकी है।आंकड़ों के मुताबिक वाल्मीकि संक्रामक रोग अस्पताल में डिप्थीरिया से पीड़ित 85 बच्चे भर्ती हैं। इनमें से 6 मरीज दिल्ली के हैं जबकि अन्य उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, बुलंदशहर, सहारनपुर और मुरादाबाद आदि जिलों से यहां लाए गए हैं। बीमार बच्चों के परिजन बेहद चिंतित और परेशान हैं।see more....https://www.navodayatimes.in/news/khabre/asia-cup-2018-india-will-be-playing-against-bangladesh-in-super-four/95535/
ReplyDeleteन्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Updated Sun, 23 Sep 2018 09:05 PM IST
दिल्ली में गलघोंटू बीमारी से अब तक 18 बच्चों की मौत,राजधानी में 15 दिन के भीतर डिप्थीरिया (गलघोंटू) बीमारी से 18 बच्चों की मौत हो गई।अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार इस माह में डिप्थीरिया से पीड़ित 147 बच्चे किंग्सवे कैंप स्थित महर्षि वाल्मीकि अस्पताल में भर्ती हुए हैं। इनमें यूपी से 122, दिल्ली से 14 और हरियाणा से 11 बच्चे भर्ती हुए हैं।see more...https://www.amarujala.com/delhi-ncr/18-children-dead-due-to-diphtheria-in-delhi