केंद्र भारत के पिथौरागढ़ से लगे नेपाल का रौतसेला क्षेत्र बताया जा रहा है।भारतीय सीमा से लगे नेपाल के बैतड़ी सहित अन्य जिलों में भी भूकंप महसूस किया गया।
जानिए इस भूकंप का फल -
इस समय भूकंप की सूचना के अनुशार भूकंपीय क्षेत्र में स्थानीय लोगों में इस
समय उन्माद की मात्रा घटेगी !भारत और नेपाल के आपसी संबंध मधुर होंगे |
यहाँ रहने वाले लोगों के मध्य आपसी संबंध मधुर होंगे !यहाँ के लोग अब आपसी वैमनस्य भूलकर एक दूसरे के प्रति अच्छा सोचना
प्रारंभ करेंगे हिंसक मनोवृत्तियों का प्रतिशत घटेगा !
दूसरी महत्वपूर्ण बात यह भूकंप चंद्र
किरणों के
प्रभाव से प्रकट हुआ है 'चंद्रज' भूकंप होने के कारण इसके आसपास के
क्षेत्र में अतिवर्षा और भयंकर बाढ़ और बादल फटने आदि की घटनाएँ घटित
होंगी !
जल के संपर्क में अधिक रहने वाले लोग जल जनित
बीमारियों के शिकार होंगे ! इन क्षेत्रों में तालाब आदि के संपर्क में
रहने वाले लोग नहाने धोने एवं पीने के पानी का भी विशेष सतर्कता से प्रयोग
करें!
कुल मिलाकर पानी के प्रदूषण से प्रदूषित वायु का स्पर्श होने से भी हो सकती हैं उल्टी दस्त एवं ज्वर जैसी अधिक दिनों तक चलने वाली कई बीमारियाँ !इस भूकंप से नदी के किनारे बसने वाले लोगों की क्षति होगी ।इस भूकंप का विशेष प्रभाव 12-10-2019 तक रहेगा !जैसे जैसे समय बीतता जाएगा वैसे वैसे भूकंप का प्रभाव घटता जाएगा और भूकंप से संबंधित कही गई बातें भी सामान्य होती चली जाएँगी !
कुल मिलाकर पानी के प्रदूषण से प्रदूषित वायु का स्पर्श होने से भी हो सकती हैं उल्टी दस्त एवं ज्वर जैसी अधिक दिनों तक चलने वाली कई बीमारियाँ !इस भूकंप से नदी के किनारे बसने वाले लोगों की क्षति होगी ।इस भूकंप का विशेष प्रभाव 12-10-2019 तक रहेगा !जैसे जैसे समय बीतता जाएगा वैसे वैसे भूकंप का प्रभाव घटता जाएगा और भूकंप से संबंधित कही गई बातें भी सामान्य होती चली जाएँगी !
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