दिल्ली समेत उत्तर भारत के बड़े हिस्से में भूकंप के झटके महसूस किए गए
हैं। दिल्ली-एनसीआर के अलावा लखनऊ, चंडीगढ़, नोएडा, गुरुग्राम समेत उत्तर
भारत के अन्य कई शहरों में भी झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप पर अपडेट देने
वाली अमेरिकी संस्था USGS के मुताबिक भूकंपी की तीव्रता 5.3 रिक्टर स्केल
थी। इसका केंद्र नेपाल के दिपायाल के पास था |
जानिए इस भूकंप का फल -
भूकंप से प्राप्त सूचना के अनुशार
भूकंपीय क्षेत्र में स्थानीय लोगों में इस
समय उन्माद की मात्रा घटेगी ! कालापानी को लेकर नेपाल और भारत के विरुद्ध पनप रहा मानसिकतनाव अब शांत हो जाएगा | दोनों देशों के बीच स्नेह की भावना बढ़ेगी | इसी भाईचारे की आड़ में कुछ उपद्रवी तत्व दोनों देशों के बीच संबंध बिगाड़ने के लिए षड्यंत्र कर सकते हैं अब यहाँ के स्थानीय लोग आपस में
शांति भाईचारा बनाए रखने का प्रयास करेंगे |यहाँ रहने वाले लोगों के
मध्य आपसी संबंध मधुर होंगे !यहाँ के लोग अब आपसी वैमनस्य भूलकर एक दूसरे
के प्रति अच्छा सोचना
प्रारंभ करेंगे हिंसक मनोवृत्तियों का प्रतिशत घटेगा |
दूसरी महत्वपूर्ण बात यह भूकंप चंद्र
किरणों के
प्रभाव से प्रकट हुआ है 'चंद्रज' भूकंप होने के कारण इसके आसपास के
क्षेत्र में वर्षा होने की घटनाएँ घटित
हो सकती है इसके साथ ही इस क्षेत्र में अतिशीघ्र ही सर्दी का प्रभाव बढ़ने लगेगा |
जल के संपर्क में अधिक रहने वाले लोग जलजनित
बीमारियों के शिकार होंगे | इन क्षेत्रों में तालाब आदि के संपर्क में
रहने वाले लोग नहाने धोने एवं पीने के पानी का भी विशेष सतर्कता से प्रयोग
करें |
कुल मिलाकर पानी के प्रदूषण से प्रदूषित वायु का स्पर्श होने से भी हो सकती हैं उल्टी दस्त एवं ज्वर जैसी अधिक दिनों तक चलने वाली कई बीमारियाँ | इस भूकंप से नदी के किनारे बसने वाले लोगों की क्षति होगी ।इस भूकंप का विशेष प्रभाव 27-12-2019 तक रहेगा | जैसे जैसे समय बीतता जाएगा वैसे वैसे भूकंप का प्रभाव घटता जाएगा और भूकंप से संबंधित कही गई बातें भी सामान्य होती चली जाएँगी | इस आपसी विश्वसनीयता का बाहरी आतंकी लोग दुरूपयोग कर सकते हैं |
कुल मिलाकर पानी के प्रदूषण से प्रदूषित वायु का स्पर्श होने से भी हो सकती हैं उल्टी दस्त एवं ज्वर जैसी अधिक दिनों तक चलने वाली कई बीमारियाँ | इस भूकंप से नदी के किनारे बसने वाले लोगों की क्षति होगी ।इस भूकंप का विशेष प्रभाव 27-12-2019 तक रहेगा | जैसे जैसे समय बीतता जाएगा वैसे वैसे भूकंप का प्रभाव घटता जाएगा और भूकंप से संबंधित कही गई बातें भी सामान्य होती चली जाएँगी | इस आपसी विश्वसनीयता का बाहरी आतंकी लोग दुरूपयोग कर सकते हैं |
इसके साथ ही उत्तरभारत में इतने समय तक बढ़ा रहा इतना भयंकर वायुप्रदूषण कुछ समय के लिए शांत हो जाएगा |इस बात की घोषणा करने आया है यह भूकंप |
ReplyDeleteभारत-नेपाल-चीन और कालापानी, विवाद पर ड्रैगन की नजर, क्या है नेपाल की सुगौली संधि
Publish Date:Tue, 19 Nov 2019 03:41 PM (IST)
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