इस भूकंप का केंद्र जम्मू-कश्मीर ही था।
इस भूकंप का फल -
भूकंप से प्राप्त सूचना के अनुशार
भूकंपीय क्षेत्र में स्थानीय लोगों में इस
समय उन्माद की मात्रा घटेगी ! भाईचारे की आड़ में कुछ उपद्रवी तत्व आपसी संबंध बिगाड़ने के लिए षड्यंत्र कर सकते हैं अब यहाँ के
स्थानीय लोग आपस में
शांति भाईचारा बनाए रखने का प्रयास करेंगे |यहाँ रहने वाले लोगों के
मध्य आपसी संबंध मधुर होंगे !यहाँ के लोग अब आपसी वैमनस्य भूलकर एक दूसरे
के प्रति अच्छा सोचना
प्रारंभ करेंगे हिंसक मनोवृत्तियों का प्रतिशत घटेगा |
दूसरी महत्वपूर्ण बात यह भूकंप चंद्र
किरणों के
प्रभाव से प्रकट हुआ है 'चंद्रज' भूकंप होने के कारण इसके आसपास के
क्षेत्र में वर्षा बर्फबारी होने की घटनाएँ घटित
हो सकती है इसके साथ ही इस क्षेत्र में अतिशीघ्र ही सर्दी का प्रभाव बढ़ने लगेगा |
जल के संपर्क में अधिक रहने वाले लोग जलजनित
बीमारियों के शिकार होंगे | इन क्षेत्रों में तालाब आदि के संपर्क में
रहने वाले लोग नहाने धोने एवं पीने के पानी का भी विशेष सतर्कता से प्रयोग
करें |
कुल मिलाकर पानी के प्रदूषण से प्रदूषित वायु का स्पर्श होने से भी हो सकती हैं उल्टी दस्त एवं ज्वर जैसी अधिक दिनों तक चलने वाली कई बीमारियाँ | इस भूकंप से नदी के किनारे बसने वाले लोगों की क्षति होगी ।इस भूकंप का विशेष प्रभाव 26-3-2020 तक रहेगा | जैसे जैसे समय बीतता जाएगा वैसे वैसे भूकंप का प्रभाव घटता जाएगा और भूकंप से संबंधित कही गई बातें भी सामान्य होती चली जाएँगी | इस आपसी विश्वसनीयता का बाहरी आतंकी लोग दुरूपयोग कर सकते हैं
कुल मिलाकर पानी के प्रदूषण से प्रदूषित वायु का स्पर्श होने से भी हो सकती हैं उल्टी दस्त एवं ज्वर जैसी अधिक दिनों तक चलने वाली कई बीमारियाँ | इस भूकंप से नदी के किनारे बसने वाले लोगों की क्षति होगी ।इस भूकंप का विशेष प्रभाव 26-3-2020 तक रहेगा | जैसे जैसे समय बीतता जाएगा वैसे वैसे भूकंप का प्रभाव घटता जाएगा और भूकंप से संबंधित कही गई बातें भी सामान्य होती चली जाएँगी | इस आपसी विश्वसनीयता का बाहरी आतंकी लोग दुरूपयोग कर सकते हैं
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