पहला झटका सुबह 5.56 पर जामनगर के लालपुर में और दूसरा झटका भचाऊ में दोपहर 2.09 पर महसूस किया गया
इस भूकंप का फल -
भूकंप से प्राप्त सूचना के अनुशार
भूकंपीय क्षेत्र में स्थानीय लोगों में इस
समय उन्माद की मात्रा घटेगी ! ऐसे क्षेत्रों में छिपे जो उपद्रवी आतंकवादी
जैसे लोग इस स्थान से दूसरे स्थान पर जाकर विशेष कर उत्तर भारत में किसी
अप्रिय वारदात को अंजाम दे सकते हैं !
वैसे भी
भाईचारे की आड़ में या साधू संतों जैसा वेष बनाकर कुछ कोरोना आतंकी या आतंकी
उपद्रवी तत्व आपसी संबंध बिगाड़ने के लिए षड्यंत्र कर सकते हैं इसी समय आस
पास के क्षेत्रों में महामारी फैलाने का प्रयास कर सकते हैं |ऐसे लोग इस
स्थान को छोड़कर आस पास के दूसरे क्षेत्रों में जा रहे हैं | जिसकी सूचना
करने आया है भूकंप |
अब यहाँ के
स्थानीय लोग आपस में
शांति भाईचारा बनाए रखने का प्रयास करेंगे |यहाँ रहने वाले लोगों के
मध्य आपसी संबंध मधुर होंगे !यहाँ के लोग अब आपसी वैमनस्य भूलकर एक दूसरे
के प्रति अच्छा सोचना
प्रारंभ करेंगे हिंसक मनोवृत्तियों का प्रतिशत घटेगा |
दूसरी महत्वपूर्ण बात यह भूकंप चंद्र
किरणों के
प्रभाव से प्रकट हुआ है 'चंद्रज' भूकंप होने के कारण इसके आसपास के
क्षेत्र में वर्षा होने की घटनाएँ एक बार पुनः प्रारंभ होंगी |
इसके साथ ही इस क्षेत्र में तापमान घटेगा |इस भूकंप का प्रभाव 30 सितंबर तक
रहेगा |
No comments:
Post a Comment