जून के महीने में भी भारत के पूर्वी एवं उत्तरीय प्रदेशों में वर्षों की संभावनाएँ अक्सर बनती देखी जाएँगी |
1और2 जून
को विश्व के अनेकों देशों प्रदेशों में वर्षा की संभावना है | विशेषकर
भारत के जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल आदि में वर्षा एवं
बर्फबारी जैसी घटनाएँ घटित होते देखी जा सकती हैं | हरियाणा पंजाब उत्तरी
राजस्थान दिल्ली उत्तर प्रदेश बिहार आदि में वर्षा हो सकती है |
3 जून
को बादलों की उपस्थिति तो रहेगी कहीं कहीं सामान्य वर्षा हो सकती है अधिक
वर्षा की संभावना नहीं है हवाओं में शीतलता रहेगी फिर भी यहाँ से तापमान
बढ़ना क्रमशः प्रारंभ हो जाएगा |
4 जून को कुछ क्षेत्रों में न बरसने वाले बादलों की आवाजाही रहेगी !तापमान बढ़ेगा मौसम सामान्य रहेगा |
5 जून
को तापमान क्रमशः बढ़ना प्रारंभ जाएगा | लू जैसी गरम हवाओं का सामना करना
पड़ सकता है |इस दिन आग लग जाने की दुर्घटनाएँ अधिक घटित हो सकती हैं |
वायुमंडल में ज्वलनशील गैसों की अधिकता रहेगी | वर्षा होने की संभावना नहीं
है |
6और7जून
को धूल भरी हवाओं का वेग बढ़ना प्रारंभ हो जाएगा !तापमान भी अधिक बढ़ चुका
होगा !कुछ क्षेत्रों में तेज आँधी तूफ़ान जैसी घटनाएँ भी घटित हो सकती हैं |
इस दिन कहीं कहीं सामान्य वर्षा की संभावना है !
8और9जून
को चक्रवातों का निर्माण हो सकता हैजिससे समुद्रवर्ती कुछ देशों प्रदेशों
में तेज हवाओं के साथ वर्षा का वातावरण बनने की संभावना है जबकि
सामान्यतौर पर इन दिनों में वर्षा प्रायः नहीं होगी!कुछ क्षेत्रों में
केवल वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है |
10 और 11 जून
को तापमान अधिक बढ़ा रहेगा| गरम हवाओं के थपेड़े सहने पड़ सकते हैं| इससमय
वायुमंडल में ज्वलनशील गैसों की अधिकता रहेगी !इस कारण थोड़ी भी असावधानी
होने पर कहीं भी आग लग जाने की दुर्घटना घटित हो सकती है |वर्षा होने की
संभावना नहीं है |विशेष :12 से 16 जून के बीच कुछ क्षेत्रों में वर्षा की मात्रा कुछ अधिक रहेगी !
12और13 जून
को गरम हवाओं की गति धीमी होगी एवं हिमालयी हवाओं का वेग बढ़ने से हवाओं
में नमी की मात्रा अधिक रहेगी |तापमान कुछ कम होगा |कुछ देशों प्रदेशों में
बादलों की उपस्थिति दिखाई पड़ेगी जिससे कुछ क्षेत्रों में वर्षा होने की
संभावना है |
14और15जून
को विश्व के कुछ देशों प्रदेशों में अधिक वर्षा की संभावना है | विशेषकर
भारत के जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल आदि में वर्षा एवं
बर्फबारी जैसी घटनाएँ तथा दक्षिण पश्चिमी भारत में भी वर्षा होने की घटनाएँ
घटित होते देखी जा सकती हैं |हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान दिल्ली उत्तर
प्रदेश बिहार आदि में वर्षा हो सकती है |
विशेष :16
से 22 जून तक तेज आँधी तूफ़ान के साथ वर्षा की संभावना है विशेष कर भारत
वर्ष के पूर्वोत्तर प्रदेशों पर इस समय का प्रभाव अधिक रहेगा !
16 जून को भारत के पूर्वोत्तर प्रदेशों में वर्षा की संभावना अधिक है | सामान्य वर्षा अनेकों देशों प्रदेशों में होती देखी जा सकती है |
17और18जून
को आकाश में बादलों की उपस्थिति देखने को मिलेगी तथा कुछ क्षेत्रों में
कृषिकार्यों के लिए हितकारी अल्प मात्रा में वर्षा होने की संभावना है
|गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है !
19जून
को अधिकाँश देशों प्रदेशों में तेज धूप रहेगी वर्षा की संभावना नहीं है
|तापमान बढ़ जाएगा! वायु मंडल में ज्वलन शील गैसों की मात्रा अचानक बढ़ जाने
के कारण इस दिन आग लगने की संभावना अधिक रहेगी | इस दिन सूर्य मंडल लाल
होगा एवं सूर्य की किरणें अधिक तीव्र होंगी इसीलिए इस दिन की धूप रोगों को
जन्मदेने वाली एवं आँखों के लिए अहितकर होगी |वर्षा की संभावना अत्यंत कम
है |
20और21जून
को गर्मी अधिक होगी !हवाओं का वेग कुछ अधिक होगा |धूल भरी तेज हवाओं का
वेग बढ़ना प्रारंभ हो जाएगा | तापमान भी अधिक होगा !कुछ क्षेत्रों में
सामान्य वर्षा के साथ आँधी तूफ़ान जैसी घटनाएँ भी घटित हो सकती हैं |
22जून को कुछ क्षेत्रों में आँधी तूफ़ान एवं वायुप्रदूषण बढ़ने लगेगा | सामाजिक वातावरण में मानसिक तनाव की मात्रा बढ़ती दिखाई देगी |
विशेष :23
से 25 जून तक कुछ क्षेत्रों में बादलों की घटाऍं घिरी देखी जा सकती हैं
इनमें बरसने योग्य बादलों का अनुपात कम होगा !भूरे रंग के बादलों की अधिकता
रहेगी | इसके अतिरिक्त 23 से 30 जून तक वर्षा के साथ साथ बिजली गिरने
जैसी हिंसक घटनाएँ घटित होते देखी जा सकती हैं ! कुछ देशों प्रदेशों में
दूसरे ग्रहों से आई हुई धूल पृथ्वी के प्रदूषित करती देखी जाएगी |
23 जून
कोआकाश में वायुप्रदूषण का स्तर काफी अधिक होगा| मौसम सामान्य रहेगा
|समुद्र के किनारे स्थित देशों प्रदेशों में आँधी तूफ़ान ओलावृष्टि अधिक
वर्षा एवं बज्रपात होने की संभावना है |इन दिनों में चक्रवातों का निर्माण
हो सकता है | सामान्यतौर पर इन दिनों में वर्षा प्रायः नहीं होगी!
24 जून को तेज धूप रहेगी वर्षा की संभावना नहीं है |तापमान बढ़ जाएगा! वायु मंडल में ज्वलन शील गैसों की मात्रा अचानक बढ़ जाएगी |
25 जून
पश्चिम की ओर से आने वाली गरम हवाओं की गति धीमी होगी एवं हिमालयी हवाओं
का वेग बढ़ने से हवाओं में नमी की मात्रा अधिक रहेगी |तापमान अन्य दिनों की
अपेक्षा कुछ कम होगा |कहीं कहीं बहुत कम मात्रा में वर्षा की संभावना है|
विशेष:26 से 30 जून तक बादलों की उपस्थिति अधिक रहेगी कुछ देशों प्रदेशों में वर्षा भी अधिक हो सकती है|
26जून
को कुछ देशों प्रदेशों में बादलों की उपस्थिति दिखाई पड़ेगी | कुछ
क्षेत्रों में वर्षा जैसा वातावरण बनेगा किंतु वर्षा की संभावनाबहुत कम है |
27 जून
को विश्व के अनेकों देशों प्रदेशों में वर्षा की संभावना है| विशेषकर
भारत के जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल आदि में वर्षा एवं
बर्फबारी जैसी घटनाएँ घटित होते देखी जा सकती हैं|हरियाणा पंजाब उत्तरी
राजस्थान दिल्ली उत्तर प्रदेश बिहार आदि में वर्षा हो सकती है|
28 जून
को विश्व के अनेकों देशों प्रदेशों में वर्षा की संभावना है|विशेषकर भारत
के जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल आदि में वर्षा एवं बर्फबारी
जैसी घटनाएँ घटित होते देखी जा सकती हैं|हरियाणा पंजाब उत्तरी राजस्थान
दिल्ली उत्तर प्रदेश बिहार आदि में वर्षा हो सकती है |
29 और 30 जून
को बादलों की उपस्थिति तो रहेगी किंतु विशेष वर्षा की संभावना कम है हवाओं
में गर्मी की मात्रा कुछ कम रहेगी फिर भी यहाँ से तापमान बढ़ना क्रमशः
प्रारंभ हो जाएगा |
आँधीतूफ़ान:जून
के महीने में वायु का भय अधिक रहेगा !इसमें भी 1 से 21 जून तक अत्यंत तेज
एवं हिंसक आँधी तूफानों से संबंधित घटनाएँ अधिक घटित होते देखी जा सकती हैं
| जून महीने की6 से 10 एवं 19 से 24 तारीखें आँधी तूफानों की दृष्टि से
अधिक डरावनी हो सकती हैं |इनमें हिंसक चक्रवातों के निर्माण की संभावना
अधिक रहेगी |समुद्र तटीय देशों प्रदेशों में ऐसे संभावित चक्रवातों से
विशेष सावधान रहना चाहिए |
आग लगने के बिषय में पूर्वानुमान:
जून के महीने में अग्नि का भय अधिक रहेगा | 1 से 3 एवं 8 से 11 तक अग्नि
प्रकोप की संभावना अधिक रहेगी | 4 से 8 जून एवं 11 से 21 जून तथा 29 और 30
जून को अग्नि प्रकोप की संभावना मध्यम रहेगी | 22 से 28 जून तक अग्निभय
बिल्कुल नहीं रहेगा | इसलिए इन दिनों में आग लगने की घटनाएँ काफी अधिक
घटित हो सकती हैं|इसके अतिरिक्त 5,10,11 ,19,20,24 जून को अग्नि प्रकोप का
भय विशेष अधिक रहेगा |जून महीने की इन तारीखों में तापमान भी अनुमान से
काफी अधिक बढ़ा रहेगा !
तनाव का समय :19
से 24 जून के बीच के समय में लोगों के मन में समाज में समुदायों एवं दो
देशों के बीच में तनाव विशेष अधिक बढ़ जाने का समय है | ऐसे समय में जिन्हें
पहले से कोई तनाव चला आ रहा होगा उन्हें इस समय में अधिक परेशानी होगी |
जिनके साथ ऐसा नहीं है इस समय में बेचैनी उनकी भी बढ़ेगी किंतु उन्हें अधिक
परेशानी का अनुभव नहीं होगा |
उत्पात का समय:7से11जून
एवं 20से25जून को आकाश से पाताल तक संपूर्ण प्रकृति में बेचैनी
बढ़ेगी|इसीलिए इन दिनों में भूकंप ,बज्रपात एवं विमान दुर्घटना जैसे हिंसक
हादसे घटित हो सकते हैं |समय के दुष्प्रभाव से अकारण वाहनों का टकरा
जाना,बसों का खाई में गिरजाना,दंगा फैलना,सरकारों एवं शासन के बिरुद्ध
आंदोलन, देशों की सीमाओं पर संघर्ष गोलीबारी तथा बमविस्फोट आदि हिंसक
आतंकवादी घटनाओं के घटित होने की संभावना इस समय में अन्य समय की अपेक्षा
अधिक रहती है |यहाँ तक कि सभी जीवों में मानसिक बेचैनी बढ़ने के कारण जीव
अधिक हिंसक एवं आक्रमक हो सकते हैं |लोगों के चिंतन में हिंसा उन्माद की
मात्रा अन्य समय की अपेक्षा इन दिनों में अधिक बढ़ जाएगी !इसलिए परिवारों,
जातियों, संप्रदाओं, समुदायों, देशों में आपसी तनाव बढ़ सकता है |अतएव इन
दिनों में विशेष सावधानी बरती जानी चाहिए |
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