जुलाई महीने का संक्षिप्त मौसम पूर्वानुमान
मौसम पूर्वानुमान :जुलाई - 2022 (वैदिक)
जुलाई महीने में आँधी तूफानों की घटनाएँ कुछ स्थानों पर घटित हो सकती हैं
किंतु ऐसी किसी बड़ी घटना की संभावना बहुत कम है जबकि इस महीने में वर्षा
की संभावना अधिक है|जुलाई महीने में वर्षा की संभावना क्रमशः बढ़ती चली
जाएगी !1 से 10 जुलाई तक जहाँ तहाँ सामान्य वर्षा होगी जो विश्व के अधिकतम
तीस प्रतिशत भाग को भिगो पाने में सफल होगी !2 से 8 जुलाई के बीच सभी
स्थानों पर वर्षा होने की संभावना है जबकि 4 से 8 जुलाई के बीच भारत के
अन्य स्थानों की अपेक्षा पूर्वोत्तर भाग में अधिक वर्षा हो सकती है !11 से
19 जुलाई तक सामान्य से अधिक
अर्थात
मध्यम वर्षा होगी जो पृथ्वी के अधिकतम साठ प्रतिशत भूभाग को भिगो पाएगी
|इस समय वर्षा की अधिकता के कारण कुछ देश प्रदेश बाढ़ पीड़ित होते दिखाई
देंगे | 20 से 31 जुलाई तक पृथ्वी के अधिकाँश भाग में शतप्रतिशत वर्षा
होती देखी जा सकेगी | इस समय अनेकों देशों प्रदेशों को तेज हवाओं के साथ
साथ अधिक वर्षा एवं बाढ़ का सामना करना पड़ेगा ! कुछ देशों प्रदेशों में तो
बाढ़ के डरावने दृश्य दिखाई देंगे |जुलाई महीने की विशेषकर
12,13,14,15,17,19,24,25,29,30,31 तारीखों में अधिकाँश देशों प्रदेशों में
विशेष अधिक वर्षा होगी !26 से 31 जुलाई के बीच कुछ स्थानों पर काले काले
भयंकर बादलों के साथ अधिक वर्षा हो सकती है !
जुलाई महीने का मौसम पूर्वानुमान अब विस्तार से -
1जुलाई
को गरम हवाओं की गति धीमी होगी एवं हिमालयी हवाओं का वेग बढ़ने से हवाओं
में नमी की मात्रा अधिक रहेगी!कुछ क्षेत्रों में वर्षा होने की संभावना है |
2 और 3 जुलाई
को विश्व के पूर्वोत्तर देशों प्रदेशों में वर्षा की संभावना है | विशेषकर
भारत के जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल असम मेघालय सिक्किम
मणिपुर मिजोरम पश्चिम बंगाल बिहार आदि में कहीं वर्षा होने की संभावना है |
4 और 5 जुलाई
को कुछ स्थानों पर मध्यम वर्षा हो सकती है ! कुछ स्थानों पर बादलों की
उपस्थिति दिखाई देगी | तापमान कुछ घटेगा किंतु अभी विशेष कम होने की आशा
नहीं की जानी चाहिए !
6 जुलाई
को कहीं कहीं अल्प मात्रा में बादलों की उपस्थिति देखने को मिलेगी तथा
पहाड़ी प्रांतों में सामान्य वर्षा होने की संभावना है |जिससे गर्मी से कुछ
राहत मिल सकती है !
7 जुलाई
को वर्षा की संभावना कम है !इस दिन अधिकाँश भूभाग में तेज धूप रहेगी
|जिससे अन्य दिनों की अपेक्षा तापमान बढ़ जाएगा! वायु मंडल मेंअग्नि तत्व की
अधिकता रहेगी जिससे कुछ स्थानों पर आग लगने की घटनाएँ घटित हो सकती हैं |
8 और 9 जुलाई
को दक्षिण पूर्वी भारत में वर्षा के साथ साथ आँधी तूफानों की घटनाएँ भी
घटित होने की संभावना है |इस समय हवाओं का वेग कुछ अधिक होगा |परिवारों में
अकारण तनाव बढ़ना प्रारंभ होगा | समाज में आंदोलन तनाव जैसी घटनाऍं घटित
होते देखी जाएँगी |वायु मंडल से लेकर नदियों तालाबों के जलों में प्रदू षण
की मात्रा बढ़नी शुरू हो जाएगी |
10 और 11 जुलाई
को आकाश में वायुप्रदूषण का स्तर बढ़ जाएगा | आपसी संबंधों अचानक कलह
बढ़ना प्रारंभ हो सकता है |शुगर रोगियों को विशेष सावधान रहना चाहिए इस दिन
शुगर की मात्रा अपेक्षा कृत अधिक हो सकती है|इन दिनों में समाज में तनाव का
वातावरण विशेष हिंसक हो सकता है ,मौसम सामान्य रहेगा फिर भी समुद्र के
किनारे स्थित देशों प्रदेशों में आँधी तूफ़ान ओलावृष्टि अधिक वर्षा एवं
बज्रपात होने की संभावना है |इन दिनों में चक्रवातों का निर्माण हो सकता है
|विशेषकर दक्षिण पश्चिमी भारत में मौसम का प्रकोप
12जुलाई
को अधिकाँश देशों प्रदेशों में तेज धूप रहेगी | तापमान बढ़ जाएगा! वायु
मंडल में ज्वलन शीलता की मात्रा अचानक बढ़ जाने के कारण इस दिन आग लगने की
संभावना अधिक रहेगी | सूर्य की किरणें अधिक तीव्र होंगी | नदियों तालाबों
में प्रदूषण की मात्रा कम होनी प्रारंभ होगी |
13जुलाई
को पश्चिम की ओर से आने वाली गरम हवाओं की गति धीमी होगी एवं हिमालयी
हवाओं का वेग बढ़ने से वातावरण में न केवल नमी की मात्रा बढ़ेगी अपितु कुछ
देशों प्रदेशों में बादलों की उपस्थिति के साथ साथ कहीं कहीं वर्षा की भी
संभावना भी अधिक है |
14 और 15जुलाई
को विश्व के अनेकों देशों प्रदेशों में वर्षा की अधिक संभावना है |
विशेषकर भारत के जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल दिल्ली हरियाणा
पंजाब उत्तरी राजस्थान उत्तर प्रदेश बिहार आदि में वर्षा हो सकती है |
16 और 17जुलाई
को पूर्वोत्तर विश्व के कुछ देशों प्रदेशों में वर्षा होने की अधिक
संभावना है | विशेषकर भारत के जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल
आदि में विशेषवर्षा हो सकती है |इन दिनों में तापमान एवं वायु प्रदूषण की
मात्रा कुछ कम होगी |
18 और 19 जुलाई
को कहीं कहीं बादलों की उपस्थिति रहेगी !कुछ स्थानों पर मध्यम वर्षा हो
सकती है | हवाओं में तापमान कुछ कम रहेगा ! यहाँ से तापमान बढ़ना क्रमशः
प्रारंभ हो जाएगा |
20 जुलाई को तापमान अधिक रहेगा |कुछ स्थानों पर आग लग जाने की दुर्घटनाएँ घटित हो सकती हैं | इस दिन वर्षा होने की संभावना कम है |
21और 22 जुलाई
को हवाओं की गति बढ़ेगी !तापमान अन्य समय की अपेक्षा बढ़ा रहेगा !कुछ
क्षेत्रों में आँधी तूफ़ान जैसी घटनाएँ भी घटित हो सकती हैं|!पश्चिम बंगाल
झारखंड,छत्तीसगढ़,उड़ीसा तेलंगाना आंध्रप्रदेश,तमिलनाडु जैसे क्षेत्रों में
बादलों का जमावड़ा बढ़ सकता है | इनमें से कुछ स्थानों पर तेज हवाओं के साथ
अधिक वर्षा हो सकती है |इन दिनों में समाज में उन्माद की भावना बढ़ेगी |
23और24जुलाई
को उत्तर भारत में हुमस बढ़ेगी !मध्यप्रदेश महाराष्ट्र कर्नाटक जैसे
प्रदेशों में तेज हवाओं के साथ अधिक वर्षा हो सकती है | इन दिनों में
चक्रवातों का निर्माण संभव है ,जिससे समुद्रवर्ती कुछ देशों प्रदेशों में
तेज हवाओं के साथ वर्षा का वातावरण बनने की संभावना है | उत्तर भारत में
वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है |लोगों के मन में अकारण एक दूसरे के प्रति
तीव्र विद्वेष की भावना पनपेगी |
25 और 26जुलाई
को वायु की गति कुछ कम होगी ,अन्य समय की अपेक्षा तापमान कुछ बढ़ा रहेगा |
वायु प्रदूषण कम होना प्रारंभ होगा | समाज में व्याप्त उन्माद की भावना
शांत होगी | पूर्वोत्तर प्रदेशों में बादलों की उपस्थिति बढ़ती देखी जा
सकती है |कहीं कहीं मध्यम वर्षा की संभावना है |
27,28 और 29जुलाई
को अधिकाँश देशोंप्रदेशों में अधिक वर्षा हो सकती है |हरियाणा पंजाब
उत्तरी राजस्थान दिल्ली उत्तरप्रदेश बिहार आदि में विशेष अधिक वर्षा हो
सकती है |हिमालयी हवाओं का वेग बढ़ने से हवाओं में नमी की मात्रा अधिक
रहेगी|
30और 31जुलाई
को विश्व के पूर्वोत्तर देशों प्रदेशों में काफी अधिक वर्षा की संभावना है
| विशेषकर भारत के जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख उत्तराखंड हिमाचल दिल्ली आदि
में कहीं कहीं विशेष अधिक वर्षा होने की संभावना है |
आँधी तूफ़ान :जुलाई
के संपूर्ण महीने में तेज तूफानों की घटनाएँ बहुत कम घटित होंगी फिर भी 8
से 11 जुलाई एवं 20 से 24 जुलाई तक वायु संबंधी उपद्रव अधिक घटित होते
दिखाई पड़ेंगे | इस समय कुछ देशों प्रदेशों में हिंसक तूफानों एवं समुद्र
तटवर्ती क्षेत्रों में चक्रवातों बज्रपातों की घटनाएँ घटित होते अधिक देखी
जा सकती हैं |19 से 29 जुलाई तक हवाओं का वेग विशेष अधिक रहेगा |
आग के बिषय में :जुलाई
महीने में वायु मंडल में ज्वलन शील गैसों की स्थिति सामान्य रहेगी अतएव
इस महीने में अग्नि संबंधी दुर्घटनाएँ कम घटित होंगी ,फिर भी 7, 12, 19,
20,25 आग लगने की घटनाएँ घटित हो सकती हैं |इसलिए उपर्युक्त दिनों में
विशेष सावधानी बरती जानी चाहिए |
तनाव का समय :
7 से 12 जुलाई के बीच लोगों के मन में अकारण तनाव बढ़ सकता है | ऐसे समय
में विभिन्न वर्गों समुदायों सम्प्रदायों एवं कुछ देशों के बीच में आपसी
तनाव विशेष अधिक बढ़ सकता है | ऐसे समय में जिन्हें पहले से कोई तनाव चला आ
रहा होगा उन्हें इस समय में अधिक परेशानी होगी | जिनके साथ ऐसा नहीं है इस
समय में बेचैनी उनकी भी बढ़ेगी किंतु उन्हें अधिक परेशानी का अनुभव नहीं
होगा |इन दिनों में लोगों को आतंरिक एवं बाह्य तनाव का सामना अधिक करना पड़
सकता है |
उत्पात का समय :
जुलाई
के महीने में कोरोना महामारी विशेष भयानक स्वरूप धारण कर सकती है |इस कारण
संभव है कि इस वर्ष की जुलाई विशेष डरावनी बीते | 9 से 12 जुलाई तक एवं 21
से 25 जुलाई तक आकाश से पाताल तक संपूर्ण प्रकृति में बेचैनी बढ़ेगी |
इसीलिए इन दिनों में भूकंप ,सुनामी बज्रपात एवं विमान दुर्घटना जैसे हिंसक
हादसे घटित हो सकते हैं |समय के दुष्प्रभाव से अकारण वाहनों का टकरा
जाना,बसों का खाई में गिरजाना,दंगा फैलना,सरकारों एवं शासन के बिरुद्ध
आंदोलन, देशों की सीमाओं पर संघर्ष गोलीबारी तथा बमविस्फोट आदि हिंसक
आतंकवादी घटनाओं के घटित होने की संभावना इस समय में अन्य समय की अपेक्षा
अधिक रहती है |यहाँ तक कि सभी जीवों में मानसिक बेचैनी बढ़ने के कारण जीव
अधिक हिंसक एवं आक्रमक हो सकते हैं |लोगों के चिंतन में हिंसा उन्माद की
मात्रा अन्य समय की अपेक्षा इन दिनों में अधिक बढ़ जाएगी !इसलिए परिवारों,
जातियों, संप्रदाओं, समुदायों, देशों में आपसी तनाव बढ़ सकता है |अतएव इन
दिनों में विशेष सावधानी बरती जानी चाहिए |
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