मीडिया क्यों नहीं उठाता है पाखंडी मीडिया के विरुद्ध आवाज !

   पाखंडियों से पैसे ले लेकर उन्हें धर्म शास्त्रों का ज्ञाता बता देता है मीडिया !मीडिया को ये अधिकार किसने दिया है  ? इन पर अंकुश लगाने वाला देश में कोई कानून नहीं है क्या ? धर्म सम्बन्धी सभी प्रकार की अपराधों के लिए जिम्मेदार मीडिया !
  •  मीडिया के बनाए हुए तथाकथित धर्मगुरु जेल में सड़ें ये धर्म का सम्मान है क्या ? 
  • मीडिया के बनाए हुए योगी या योगगुरु मसाले और मैगी बेचते फिरें ये योग का सम्मान है क्या ?पहले भी किसी योगी का इतना बड़ा पतन होते सुना गया है क्या ?कल को कालगर्ल की चाह रखने वालों को भी स्वदेशी कालगर्ल उपलब्ध करवाने के लिए किसी बाबा की ड्यूटी लगाएगा मीडिया ! 
  • गोलगप्पे खिलाकर भाग्य बदलवाने वाला मीडिया  मलमल बाबाओं को कितना और  बढ़ावा देगा !ऐसे पाखंडी लोग भाग्य बदलने के लिए एकांत में कुछ ऐसे भी उपाय बताते होंगे इनका क्या भरोस !
आप स्वयं देखिए -
मलमल बाबा का उपाय नंबर 1.  -
     ये लोग चेलों से ऐसे भी पूछ  सकते हैं कि -
  • आपने तमंचा रखा है कभी तो वो कह देगा नहीं  तो बाबा कहेंगे कि फिर कैसे कृपा करेंगी शक्तियाँ ?देखो दुर्गा जी ने कितने हथियार ले रखे हैं कितने लोगों का मर्डर किया था डरीं कभी वो तुम डरते हो कैसे भक्त हो !हा !हा! हा! जाओ  दस पाँच तमंचे खरीद लेना एक दो अपने पास रख लेना और कभी कभी तुम भी हाथ साफ कर लिया करना बाक़ी ग़रीबों में बाॅंट देना वो भी किसी रोड पर लग कर कमा खा लेंगे उनका भी भाग्य बदल जाएगा और तुम्हारा भी जाओ ! 
मलमल बाबा का उपाय नंबर 2.   - 
      इसीप्रकार बाबा जी भक्त  से पूछ सकते हैं कि बलात्कार किया कभी या नहीं ?भक्त ने कहा नहीं तो बोले क्यों तो भक्त बोला हमें ठीक नहीं लगता और दूसरी बात पकड़े जाने का भय होता है ..... ! हा !हा! हा!अरे पगले !रावण का नाम सुना है कभी !वो कितना बड़ा बलात्कारी था ऐसे ही चौदह हजार रखैलें रखीं थीं उसने !स्त्रियाँ लक्ष्मी स्वरूपा होती हैं पता है तुम्हें !जितनी ज्यादा स्त्रियाँ  उतनी ज्यादा लक्ष्मी !रावण की सोने की लंका थी कि नहीं !कैसे बनी वह !रावण तो न कोई नौकरी करता था और न ही कोई व्यापार वो तो केवल बलात्कार ही करता था उसी के बलपर कितनी धन संम्पत्ति इकठ्ठा की थी उसने !जहाँ तक  बात मारे जाने की है मरना तो सबको है एक दिन जियो जब तक तो ऐश से जियो जाओ अपने को बदलने की कोशिश करो शक्तियाँ कृपा करेंगी ! 
मलमल बाबा का उपाय नंबर 3 .  - 
      चोरी की है कभी बोले न बाबा !चोरी करना गलत काम है ! बाबा जी ने  पूछा  क्यों ? तुम्हें धन संम्पति की जरूरत है भी कि नहीं ये लक्ष्मी जी को क्या पता तुम हाथ पैर मार कर चाहत व्यक्त करोगे तभी तो शक्तियाँ  कृपा करेंगी तुम पर !भगवान कृष्ण का नाम सुना है वो चोरी करते थे ये भी पता है कि नहीं बोले हाँ पता है । हा !हा! हा! तब भी उनसे कुछ सीख नहीं पाए तुम !उनमें यही एक गुण था जिससे साक्षात लक्ष्मी जी उनकी पत्नी बनी थीं भगवान कृष्ण चोर थे !जाओ तुम भी कुछ कमाओ इकठ्ठा करो बाबा को भी दसबंद भेजो और कुछ ग़रीबों में भी बाँट दो जाओ शक्तियाँ कृपा करेंगी !
मलमल बाबा का उपाय नंबर 4.  - 
        साईं बाबा के यहाँ कब से नहीं गए ?बाबा हम अपने देवी देवताओं और अपने मंदिरों को छोड़कर कहीं दूसरी जगह नहीं जाते हैं !बाबा बोले बस कृपा यहीं अटकी हुई है बोले क्यों ? कहने लगे किसी ईमानदार आदमी को कम समय में रईस होते सुना है क्या ?बोले 'नहीं' !कहने लगे जानते हो क्यों भक्त ने कहा नहीं ? बाबा बोले ईमानदारी और परिश्रम की आय बहुत थोड़ी होती है उससे दाल रोटी ही चल पाती है रईस नहीं हुआ जा सकता !और अगर तुम देवी देवताओं के मंदिरों में जाओगे तो वहाँ समझाया जाता है कि चोरी छिनारा हत्या बलात्कार लूटपाट बेईमानी वेश्यावृत्ति जैसे कोई भी अपराध न करो तो देवता कृपा करेंगे इसलिए तुम्हें सब कुछ छोड़ना पड़ेगा !ऐसे तो वेश्यावृत्ति ,कालगर्ल ,सुपारीकिलर ,कसाई, लुटेरे, भ्रष्टाचारी एवं अपहरणउद्योग से जुड़े लोगों का धंधा ही चौपट हो जाएगा और विशेष कमाई इन्हीं कामों में है ऐसे लोग कमीशन और दलाली देना जानते हैं और मोटा फंड दे सकते हैं किंतु ऐसे लोग इन्हीं कारणों से देवी देवताओं के मंदिरों से दूर रहने लगे और साईं  बाबा के यहाँ जाने लगे उन्हीं को मालामाल कर दिया वहाँ कोई मनाही नहीं है वहाँ तो कुछ भी कर के कमाओ  किंतु बाबा का हिस्सा बाबा को पहुँचना चाहिए बाबा खुश हो जाते हैं क्योंकि बाबा बड़े दयालू हैं । वहाँ कुछ भी करो वो कितना भी गलत का क्यों न हो किंतु उस गलत कमाई से साईं बाबा के नाम का हिस्सा उनकी गोलकों में डालते जाओ तो बाबा कृपा करते रहेंगे  और वो डालना बंद तो कृपा बंद !आप साईं मंदिर जाते नहीं हो इसीलिए कृपा बंद चल रही है हा !हा! हा! जाओ साईं मंदिर जाना शुरू कर दो कृपा अानी शुरू हो जाएगी !
       बंधुओ ! ऐसी ऊट पटांग बेहूदी बातों को  भी उपाय बताने के नाम पर बताने समझाने वाले पाखंडी कैसे कैसे बरगला रहे हैं समाज को !समाज में सारा अपराध ऐसे पाखंडियों की ही देन है । ऐसे ही पाखंडियों के द्वारा समाज को समझाया जा रहा है कि जो व्यक्ति जितनी कम उम्र की लड़की से सेक्स करता है वो उतनी अधिक आयु तक जवान रहता है तभी तो छै छै आठ आठ महीने की बच्चियों से होने लगे हैं बलात्कार !क्योंकि हर कोई जवान रहना  चाहता है किन्तु जवानी बरकरार रखने के नाम पर लोग बन रहे हैं बलात्कारी !अन्यथा सेक्स की दृष्टि से चार चार छै छै आठ आठ वर्ष की बच्चियों में क्या मिलता है उन्हें !
      सरकार यदि वास्तव में अपराध रोकना चाहती है तो ऐसे पाखंडियों पर लगाम लगाने के लिए इन पर दबाव डाला जाए कि ज्योतिष आदि जिस भी विषय में जो प्रेक्टिस करना चाहे उसमें वो किसी प्रमाणित सरकारी विश्व विद्यालय से वेल  एजुकेटेड हो साथ ही उपायों के नाम पर जो कुछ  भी बतावे आवश्यकता पड़ने पर उसे शास्त्र से प्रमाणित कर सके !
       मीडिया को राशिफल (दैनिक) पर हमारी चुनौती !
  मीडिया ! ज्योतिष और धर्म के क्षेत्र में मीडिया ने जितने भी गधों को घोड़ा बनाया है वे दिनों दिन समाज पर बोझ बनते जा रहे हैं !जिन कालनेमियों को मीडिया ने संत योगगुरु धर्मगुरु ज्योतिष गुरु वास्तु स्पेशलिस्ट आदि बनाया है आज उसकी निंदा जितनी भी की जाए कम है बनाया  धर्म एवं ज्योतिषादि शास्त्रों के  क्षेत्र में बड़े अपराध करके भी सम्मानित है क्यों ?ज्योतिषियों संतों योगियों कथावाचकों वास्तु एवं तंत्र मन्त्र तथा  ज्योतिष के नाम पर समाज की आँखों में धूल झोंकना बंद करे मीडिया !मीडिया का ये टुच्चापन है जो राशिफल नाम की इस तरह की बेहूदी बकवास को जगह देता है 
-: राशिफल (दैनिक) :- टीवी चैनलों एवं अखवारों में जो बताया जाता है वो सौ प्रतिशत झूठ होता है !
      मीडिया और झोलाछाप ज्योतिषियों की साँठ गाँठ से योजना पूर्वक तैयार किया जाता है ये मनगढंत राशिफल एवं उनके उपायों के आडंबर ! राशिफल बताने या लिखने के नाम पर जो मुख में आता है सो बका करते हैं ये लोग ! क्या यही ज्योतिष विज्ञान है ?यदि ऐसी राशिफली बातों को आप टेप करके अचानक उन राशिफलियों से मिलें और पूछें कि अमुक राशि का अमुक तारीख को राशिफल क्या था ?तो ऐसे लोग वो या उससे मिलता जुलता राशिफल दुबारा नहीं बता सकते और यदि बताएँगे तो उसका उस दिन वाले उनके राशिफल से कोई मेल नहीं खाएगा !जबकि यदि सही होता तो मेल तो खाना चाहिए क्योंकि किसी एक विंदु के लिए शास्त्रीय सच अलग अलग नहीं हो सकता!दूसरी बात ऐसे राशिफलों के ज्योतिष शास्त्र में कहीं प्रमाण नहीं मिलते !फिर भी यदि किसी को लगता है कि उसके पास इस राशिफल के समर्थन में शास्त्रीय प्रमाण हैं तो यहीं कमेंट में लिखें वो प्रमाण!बंधुओ !अब आप स्वयं समझिए कि ये राशिफल सही हो क्यों नहीं सकता seemore... http://jyotishvigyananusandhan.blogspot.in/2015/03/blog-post_71.html

      

 

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