दुर्गा सप्तशती (Durga Saptshati) (सरल दोहा चौपाई में ) (Saral Doha Chaupai men)

  दुर्गा सप्तशती  ( सरल दोहा चौपाइयों में बिलकुल सुंदरकांड की तरह) 
    जो भाई बहन संस्कृतभाषा नहीं जानते और दुर्गासप्तशती पढ़ना चाहते हैं या अपने घरों में पंडितों पुजारियों से दुर्गासप्तशती पाठ न कराकर स्वयं करना चाहते हैं उनके लिए  हिंदी दोहाचौपाइयों में वही पुस्तक उपलब्ध है जो पूर्ण प्रमाणित होने के नाते पाठ रूप में स्वीकृत है इसे सुंदरकांड की तरह ही संगीतरूप में या पाठ रूप में भी आप पढ़ सकते हैं अकेले या समूह में बैठकर भी पढ़ सकते हैं यदि आप दस लोग मिलकर इसे सौ बार पढ़ लेते हैं तो शतचंडीयज्ञ और  यदि इसीप्रकार से एक हजार पाठ कर लेते हैं तो बिना कोई धन खर्च किए भी आपका सहस्रचंडी यज्ञ हो जाता है जिसका बहुत बड़ा महत्व है । हमारे जो भाई बहन हिंदुओं के धर्म परिवर्तन से वास्तव में परेशान हैं उन्हें विचार करना होगा कि हमारे धर्म ग्रंथ संस्कृत भाषा में होने के कारण कुछ लोग पढ़ नहीं सकते और धन न होने के कारण पंडितों से वे पाठ करा नहीं सकते ऐसे आस्थावान गरीब लोग सोचते हैं कि जिस धर्म का पालन हम कर ही नहीं सकते उसमें रहने का क्या लाभ और वो या तो साईं पूजा जैसे अंध विश्वास के शिकार हो जाते हैं या सीधे धर्म बदल लेते हैं !
    इस धर्मपीड़ा से आहत होकर ही मैंने ऐसे सरल एवं प्रमाणित साहित्य को लिखने का व्रत लिया है मेरा मानना है कि ऐसे लोगों के लिए यह दुर्गा सप्तशती में किसी वरदान से कम नहीं सिद्ध होगी !
     इसलिए सभी भाई बहनों से मेरा निवेदन है कि इसके विषय की जानकारी जन जन तक पहुँचाने में आप हमारा सहयोग करें -
                                                           आपका अपना शास्त्र सेवक -
                                                                       डॉ. वाजपेयी
see more .... http://bharatjagrana.blogspot.in/2014/09/blog-post.html

 


            पुस्तक प्राप्ति स्थान -
       "राजेश्वरी प्राच्य विद्या शोध संस्थान " 
            "राजेश्वरी प्रकाशन " मूल्य 51 रूपए
लेखक आचार्य: डॉ. शेष नारायण वाजपेयी
 पता- K -71,छाछी बिल्डिंग कृष्णा नगर दिल्ली -110051 
 फ़ोन नंबर -9811226973,83  \011 , 22002689 
    
    विशेष बात- दुर्गा सप्तसती बिना अर्थ वाली अर्थात केवल मूल पाठ 'दुर्गापाठ' नाम से मात्र 31 रुपए की है  

  हमारे यहाँ से और भी पुस्तकें प्रकाशित हैं जिनके विषय में जानने के लिए यह लिंक खोलें - see more... http://jyotishvigyananusandhan.blogspot.in/p/blog-page_7811.html  
नोट - हमारे यहाँ से पुस्तकें कोरियर से भी भेजी जाती हैं  कोरियर का खर्च पुस्तकें  मँगाने वाले को देना होगा !

 इसी विषय में देखें इसे भी -
नव दुर्गास्तुति Nav Durga Stuti , (सरल दोहा चौपाई में ) (Saral Doha Chaupai men)
बासंती नवरात्र एवं नव वर्ष के शुभ अवसर पर आप सभी भाई बहनों को बहुत बहुत बधाई !      
  नव दुर्गास्तुति ( सरल दोहा चौपाइयों में बिलकुल सुंदरकांड की तरह)
   जो भाई बहन संस्कृतभाषा नहीं जानते और दुर्गा पाठ पढ़ना चाहते हैं या अपने घरों में पंडितों पुजारियों से दुर्गा सप्तशती का पाठ न कराकर स्वयं करना चाहते हैं इसके लिए see more...http://jyotishvigyananusandhan.blogspot.in/2015/03/blog-post_67.html

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