नव दुर्गास्तुति Nav Durga Stuti , (सरल दोहा चौपाई में ) (Saral Doha Chaupai men)

      नव दुर्गास्तुति ( सरल दोहा चौपाइयों में बिलकुल सुंदरकांड की तरह)
   जो भाई बहन संस्कृतभाषा नहीं जानते और दुर्गा पाठ पढ़ना चाहते हैं या अपने घरों में पंडितों पुजारियों से दुर्गा सप्तशती का पाठ न कराकर स्वयं करना चाहते हैं इसके लिए वो हमारी हिंदी वाली दुर्गा सप्तशती पढ़ तो सकते हैं किंतु उनके पास उतना समय नहीं होता है इसलिए ऐसे लोगों के लिए हिंदी दोहाचौपाइयों में ही हमारे यहाँ नवदुर्गास्तुति नामक पुस्तक उपलब्ध है जो शास्त्र प्रमाणित होने के नाते पाठ रूप में स्वीकृत है इसकी विशेषता यह है कि इसमें नवरात्र के नौ दिनों में नवदेवियों की स्तुतियाँ प्रत्येक अलग अलग दी गई हैं जो एक दिन में एक देवी की स्तुति पढ़ने के लिए अधिक से अधिक 5 -7 मिनट का समय लगता है इसे भी सुंदरकांड की तरह ही संगीतरूप में या पाठ रूप में भी आप पढ़ सकते हैं अकेले या समूह में बैठकर भी पढ़ सकते हैं ।हमारे जो भाई बहन हिंदुओं के धर्म परिवर्तन से वास्तव में परेशान हैं उन्हें विचार करना होगा कि हमारे धर्म ग्रंथ संस्कृत भाषा में होने के कारण उन्हें कुछ लोग पढ़ नहीं सकते और धन न होने के कारण पंडितों से वे पाठ करा नहीं सकते ऐसे आस्थावान गरीब लोग सोचते हैं कि जिस धर्म का पालन हम कर ही नहीं सकते उसमें रहने का क्या लाभ और वो या तो साईं पूजा जैसे अंध विश्वास के शिकार हो जाते हैं या सीधे धर्म बदल लेते हैं इस धर्मपीड़ा से आहत होकर ही मैंने ऐसे सरल एवं प्रमाणित साहित्य को लिखने का व्रत लिया है मेरा मानना है कि ऐसे लोगों के लिए यह नवदुर्गास्तुति  वास्तव में किसी वरदान से कम नहीं सिद्ध होगी !
     इसलिए सभी भाई बहनों से मेरा निवेदन है कि इसके विषय की जानकारी जन जन तक पहुँचाने में आप हमारा सहयोग करें -
                                                           आपका अपना शास्त्र सेवक -
                                                                       डॉ. वाजपेयी 
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            पुस्तक प्राप्ति स्थान -
       "राजेश्वरी प्राच्य विद्या शोध संस्थान " 
            "राजेश्वरी प्रकाशन " मूल्य 51 रूपए
लेखक आचार्य: डॉ. शेष नारायण वाजपेयी
 पता- K -71,छाछी बिल्डिंग कृष्णा नगर दिल्ली -110051 
 फ़ोन नंबर -9811226973,83  \011 , 22002689 


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 इसी प्रकार से देखें यह भी -

दुर्गा सप्तशती (Durga Saptshati) (सरल दोहा चौपाई में ) (Saral Doha Chaupai men)
बासंती नवरात्र एवं नव वर्ष के शुभ अवसर पर आप सभी भाई बहनों को बहुत बहुत बधाई !
  दुर्गा सप्तशती  ( सरल दोहा चौपाइयों में बिलकुल सुंदरकांड की तरह)
    जो भाई बहन संस्कृतभाषा नहीं जानते और दुर्गासप्तशती पढ़ना चाहते हैं या अपने see more...http://jyotishvigyananusandhan.blogspot.in/2015/03/blog-post_23.html

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