नेपाल में आया 'पित्तज' (वि)भूकंप !
नेपाल
में तड़के भूकंप के झटके महसूस किए गए जिनकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर
5.6 मापी गई. भूकंप सुबह पांच बजकर पांच मिनट पर 10 किलोमीटर की
गहराई में आया.
नेपाल के नेशनल साइज्मोलॉजिकल सेंटर ने बताया कि भूकंप का केंद्र काठमांडो
से करीब 150 किलोमीटर पूर्व में एवरेस्ट क्षेत्र के निकट सोलुखुम्बु जिले
में था.
अब जानिए क्या है इस भूकम्प का फल -
अग्नि सम्बन्धी समस्याएँ और अधिक भी बढ़ सकती हैं इस समय भूकंप से प्रभावित क्षेत्र में वायुमण्डल में
व्याप्त है अग्नि !इसलिए अग्नि से सामान्य वायु भी इस समय ज्वलन शील गैस
जैसे गुणों से युक्त होकर विचरण कर रही है । इसके अलावा इस समय दिशाओं में
जलन, तारे टूटना ,उल्कापात होने जैसी घटनाएँ भी देखने सुनने को मिल सकती
हैं ।
इस भूकंप के कारण ही नदियाँ कुएँ तालाब आदि का जलस्तर तेजी से घटेगा !पित्त अर्थात गर्मी से संबंधित रोगों से सतर्क रहना चाहिए !
यहीं से शुरू होकर नेपाल और चीन के मध्य आपसी
सम्बन्ध दिनोंदिन तनाव पूर्ण होते चले जाएँगे निकट भविष्य में नेपाल और चीन के बीच आपसी सम्बन्धों में कटुता बढ़ती चली जाएगी !नेपाल के लिए उचित होगा कि चीन पर
कम से कम 13-1-2017 तक विश्वास करना बिलकुल बंद कर दे पड़ोसी के द्वारा
कभी भी कैसा भी कोई भी विश्वास घात संभव है !
इतना ही नहीं अपितु इस भूकंप के दुष्प्रभाव से शरीर में जलन की
बीमारियाँ बढ़ेंगी, तरह तरह के ज्वर फैलेंगे बिचर्चिका और बिसर्पिका जैसी
त्वचा सम्बन्धी बीमारियाँ एवं पीलिया रोग निकट भविष्य में बढ़ने की सम्भावना है !शर्दी का मौसम होने से कुछ बचाव हो सकता है !इसका विशेष दुष्प्रभाव अभी से लेकर 13-1-2017 तक रहेगा किंतु जैसा जैसा समय बीतता जाएगा वैसा वैसा घटता जाएगा दुष्प्रभाव
!
ReplyDeleteचीन ने नेपाल के साथ मिलकर भारत को दिया ये बड़ा झटका
ReplyDeleteचीन ने नेपाल के साथ मिलकर भारत को दिया ये बड़ा झटका !भारत को चोट देने वाली ये डील पक्की तो 28 -11 -2016 के भूकंप के तुरन्त बाद हुई किंतु घोषणा 8 दिसंबर को हुईsee more...http://www.amarujala.com/world/china/nepal-china-telecom-companies-sign-deal