यह
वातज (अ) भूकंप है जो बहुत लंबे भूभाग को प्रभावित करता है इसमें झटके
बहुत आते हैं और बहुत दिनों तक आते हैं इस भूकंप का अंतिम झटका 28 जनवरी
2017 के आस पास न्यूजीलैंड में उसी जगह आएगा जहाँ पहला आया था किंतु पहले की
अपेक्षा धीरे धीरे कमजोर होता जाएगा बीच बीच में भी झटके आते रहेंगे उसके
बाद इस भूकंप से मुक्ति मिलेगी !
इस भूकंप से प्रभावित क्षेत्र के आकाश में धुआँ धुँआ सा दिखाई पड़ने लगेगा तेज हवाएँ चलना भी संभव है आँधी तूफान का प्रकोप भी बढ़ सकता है ! सूर्य की किरणें भी धूमिल दिखेंगी अनाज, जल और औषधियों का नाश होगा !
शरीरों में सूजन ,दमा एवं खाँसी से उत्पन्न पीड़ा बढ़ने लगेगी ।ज्वर रोग तथा पागलपन की परेशानियाँ बढ़ेंगी इस क्षेत्र के अच्छे खासे शिक्षित और समझदार लोग भी न केवल पागलों जैसी दलीलें देते दिखेंगे अपितु उपद्रवी गतिविधियों में सम्मिलित होने में भी गर्व महसूस करेंगे ।
डॉक्टरों ,सैनिकों, महिलाओं नाचने गाने वालों ,फिल्मी कलाकारों एवं
कारीगरों और व्यापार करने वाले लोगों पर विशेष भारी है ये भूकंप !ऐसे भूकंप से प्रभावित क्षेत्र के लोगों को दिमागी चक्कर आने की
बीमारियाँ बढ़ती हैं अचानक ऐसा गुस्सा आता है कि मरने मारने को उतारू हो
जाते हैं इस भूकंप से प्रभावित क्षेत्रों के लोग !
साँस फूलने संबंधी बीमारियाँ भयंकर रूप लेती जाती हैं ऐसे भूकंपों का
प्रभाव तो 180 दिनों का होता है किंतु जैसे जैसे समय बीतता है वैसे वैसे
घटता चला जाता है
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