वास्तु शास्त्र के नाम पर वास्तु व्यापारी उजाड़ रहे हैं औरों के घर द्वार !

          वास्तुशास्त्र की सच्चाई समझिए आप भी - 

    वास्तु शास्त्र  ज्योतिष का ही एक अंग है अलग से कुछ नहीं है जो लोग ज्योतिषाचार्य करते हैं उन्हें शास्त्री अर्थात बी.ए.में पढ़ाया जाता हैआजकल सुना है कि कुछ विश्वविद्यालय इसमें डिप्लोमा भी करावा रहें हैं किन्तु वो सच नहीं है काम चलातू ही है क्योंकि वास्तु कला के ज्ञान के बिना वास्तु अधूरा होता है इसका मुख्य कारण जमीन के अंदर शल्य आदि का पता लगाना फिर उसे निकालना ज्योतिष ज्ञान के बिना संभव ही नहीं है । आजकल कुछ लोग अपना घर बनवाने के लिए फंड इकट्ठा करने के लिए अपने को वास्तुविद या वास्तु स्पेशलिस्ट आदि कहने लगते हैं और मोती मोती फीसें लेकर लोगों के घर नाप जोख कर कुछ शीशे कीलें काँटे खिड़की दरवाजे दीवारें हटवा लगवाकर बन जातें हैं वास्तुस्पेशलिस्ट किंतु ये सब वास्तु है ही नहीं वास्तु के लिए भूमि शोधन सर्वप्रथम होना ही चाहिए,इसके बाद गृहपिण्ड निर्माण ,यथासंभव दिशाओं के आधार पर पूजा घर  रसोई आदि बना ली जाती है किन्तु यदि वास्तु शोधन हो चुका होगा तो किसी कारण से यदि ऐसा नहीं भी कर सके तो भी कोई नुकसान होने नहीं जा रहा है । 

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