चीन में आया 'वातज'(चि) भूकंप !
भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.9 रही है। इसका केंद्र चीन किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान की सीमा पर एकटो काउंटी के करीब था।
यह
वातज (अ) भूकंप होने के कारण लंबे भूभाग को प्रभावित करता है इसमें आफ्टर
शख्स बहुत दिनों तक आ सकते हैं इस भूकंप का अंतिम झटका 10 जनवरी
2017 के आस पास उसी जगह पर आ सकता है जहाँ पहला आया था किंतु पहले की
अपेक्षा धीरे धीरे कमजोर होता जाएगा बीच बीच में भी झटके आ सकते हैं !
इस भूकंप से प्रभावित क्षेत्र के आकाश में धुआँ धुँआ सा दिखाई पड़ने लगेगा तेज
हवाएँ चलना भी संभव है आँधी तूफान का प्रकोप भी बढ़ सकता है ! सूर्य की किरणें भी
धूमिल दिखेंगी अनाज, जल और औषधियों का नाश होगा !
शरीरों में सूजन ,दमा एवं खाँसी से उत्पन्न पीड़ा बढ़ने लगेगी ।ज्वर
रोग तथा पागलपन की परेशानियाँ बढ़ेंगी इस क्षेत्र के अच्छे खासे शिक्षित
और समझदार लोग भी न केवल पागलों जैसी दलीलें देते दिखेंगे अपितु उपद्रवी
गतिविधियों में सम्मिलित होने में भी गर्व महसूस करेंगे ।
डॉक्टरों ,सैनिकों, महिलाओं नाचने गाने वालों ,फिल्मी कलाकारों एवं
कारीगरों और व्यापार करने वाले लोगों पर विशेष भारी है ये भूकंप !ऐसे भूकंप से प्रभावित क्षेत्र के लोगों को दिमागी चक्कर आने की
बीमारियाँ बढ़ती हैं अचानक ऐसा गुस्सा आता है कि मरने मारने को उतारू हो
जाते हैं इस भूकंप से प्रभावित क्षेत्रों के लोग !
साँस फूलने संबंधी बीमारियाँ भयंकर रूप लेती जाती हैं ऐसे भूकंपों का
प्रभाव तो 180 दिनों का होता है किंतु जैसे जैसे समय बीतता है वैसे वैसे
घटता चला जाता है। इसलिए यह क्षेत्र प्रायः 180 दिनों तक तनाव युक्त वातावरण में ही जीता रहेगा !इतने दिनों तक यहाँ कैसे भी उपद्रव हो सकते हैं ।
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