ज्योतिष face Book

जीवन को सही दिशा में ले चलने के लिए बहुत जरूरी है ज्योतिष !जानिए कैसे ?
      अपने जीवन के साथ भविष्य में घटने वाली अच्छी बुरी घटनाएँ पता तो होनी चाहिए जितनी संभव हों उतनी ही सही !
     ज्योतिष विशुद्ध विज्ञान है इसके साथ विज्ञान जैसा वर्ताव करना पड़ेगा तभी इसके वैज्ञानिक लाभ लिए जा सकेंगे !कोई कहे कुछ भी किन्तु समय संबंधी पूर्वानुमान के बिना किसी का भी जीवन नहीं चल सकता है हम लोग जो भी काम करने चलते हैं वो हमारे लिए कैसा रहेगा ! भविष्य में सुख  होगा यह सोचकर खुश हो लिया करते हैं और दुःख की परिकल्पना करके दुखी हो लिया करते हैं घर से बाहर तक जो लोग हमारे साथ जुड़े हैं या जुड़ने जा रहे हैं उनमें हमें किसके साथ कैसा वर्ताव करने से हम सब लोग साथ साथ खुश रह सकते हैं आदि इस प्रकार के बहुत सारे  महत्त्वपूर्ण विषयों पर एक मोटा मोटी अनुमान तो हम सब लगाकर चलते ही हैं किंतु उसमें हम अपने साथ पक्षपात यह कर बैठते हैं कि हम अपने एवं अपनों के विषय में सब कुछ अच्छा अच्छा ही सोच जाते हैं जबकि होता तो अच्छा बुरा दोनों ही है किंतु हम उस बुरे की परिकल्पना कैसे करें और क्यों करें सच यह भी यह भी है कि हम कल्पना करें या न करें किंतु भोगना तो पड़ेगा ही ऐसी परिस्थिति में समय संबंधी पूर्वानुमान लगाने के लिए ज्योतिष शास्त्र के अलावा कोई विधा है ही नहीं ! फिर ज्योतिष को मान लेने  में ही क्या बुराई है !see more.... http://jyotishvigyananusandhan.blogspot.in/p/blog-page_5.html
 
              ज्योतिष को न मानने वालों की जिंदगी कैसे बोझ बनने लगती है जानिए आप भी !
      सुख - दुःख , अच्छाई -बुराई ,हानि - लाभ,जीवन और मृत्यु जैसी परिस्थितियों से हर किसी को गुजरना पड़ता है इनमें जो कल्पनाएँ हम अपने फायदे के लिए कर पाते हैं उन्हें सोच कर हम लोग खुश हो लेते हैं इसी प्रकार से जिन कल्पनाओं परिस्थितियों से हमें तनाव होने की संभावना दिखती है या तनाव मिलना शुरू हो चुका होता   है यदि ज्योतिष के द्वारा उसका थोड़ा बहुत भी पूर्वाभास हमें हो जाए तो उस तनाव को घटाना अपने बश में हो न हो किंतु कुछ मामलों में उससे एक सीमा तक बचा जा सकता है जबकि कई मामलों में तनाव से बिलकुल बचा जा सकता है कुछ प्रकरणों में पता लग जाने पर सहने के लिए अपने को वैसा तैयार कर लिया जाता है।बुरे समय के प्रभाव से होने के कारण कुछ तनावी प्रकरणों में संबंधित ग्रहों का मंत्र जप आदि कर लिया जाता है उसका भी असर पड़ता है इसलिए हमें अपने आने वाले समय के विषय में ज्योतिष के योग्य विद्वानों से मिलकर जरूर  पता लगाते रहना चाहिए और उसके अनुरूप अपने को ढालते रहने का प्रयास करना चाहिए see more.... http://jyotishvigyananusandhan.blogspot.in/p/blog-page_5.html

      ज्योतिष के नाम पर टीवी चैनलों अखवारों में ज्योतिष  के विषय में जो कुछ भी दिखाया या छापा जाता है वो सौ प्रतिशत झूठ होता है !जानिए कैसे ?
     कभी किसी डॉक्टर इंजीनियर वैज्ञानिक आदि को ऐसा करते देखा जाता है क्या कि वो अपने को विद्वान् सिद्ध करने के लिए झूठे प्रशंसकर्मियों का सहारा लेता हो,टीवी चैनलों पर उसके बारे में लोगों से कहलाया जा रहा हो !फिर भी उनमें से योग्य लोगों को सारी दुनियाँ जानती है इसीलिए वो लोग अपनी योग्यता के बल पर अपने को ऊपर उठाते हैं विज्ञापनों के बल पर नहीं क्योंकि विज्ञापन  का उद्देश्य ही किसी वस्तु की प्रशंसा के लिए झूठी बातों का प्रचार प्रसार करना होता है और चरित्रवान शिक्षित ईमानदार गंभीर लोग ऐसे हथकंडे अपनाने में अपनी विद्या की बेइज्जती समझते हैं इसी प्रकार विद्वान् ज्योतिष वैज्ञानिक भी अपने विषय के प्रति ईमानदार और गंभीर हैं कुछ झूठे लप्फाज लोभी गैर जिम्मेदार अकर्मण्य लोग अशिक्षित अर्थात ज्योतिष को न जानने वाले लोग अपने को ज्योतिष विद्वान सिद्ध करने के लिए टीवी चैनलों पर कभी ज्योतिष को सिखाने लगते हैं कभी ज्योतिष पढ़ाने लगते हैं कभी भविष्य बताने के झूठे बड़े बड़े दावे करने लगते हैं किंतु ऐसी गैर कानूनी हरकतें रोकने का कर्तव्य सरकार का है न कि आम जनता का और ज्योतिष विद्वानों और ज्योतिष शास्त्र का तो इससे कोई लेना देना ही नहीं है इसलिए ऐसे  लोगों की  बातों पर भरोसा बिलकुल नहीं किया जाना चाहिए जानिए क्यों ?see more.... http://jyotishvigyananusandhan.blogspot.in/p/blog-page_10.html


 धर्म और धर्म से जुड़े लोगों के प्रति समाज की आस्था  पर कब्ज़ा जमाए बैठे हैं बड़े बड़े भ्रष्ट लोग ! 
      योगियों  ज्योतिषियों तांत्रिकों पंडितों एवं साधूसंतों का एक बहुत बड़ा वर्ग भयंकर भ्रष्टाचारी है जो इन विषयों से पाप की कमाई करके ऐय्यासी में उड़ाया करता है इसलिए इनके आचार व्यवहार योग्यता तपस्या जीवन शैली आदि को समझने का निरंतर प्रयास करे धीरे धीरे उनके विषय में हुए अनुभवों को सँजो कर रखता जाए और उनके विषय में जैसे जैसे अनुभव बढ़ते जाएँ वैसे वैसे भरोसा बढ़ाता चला जाए अन्यथा विज्ञापन आदि  देखकर  किसी पर अचानक भरोसा करने लगने से कई बार उनके द्वारा विश्वासघात मिलता है वो परेशान लोगों के मुख से उनके घर गृहस्थी की कच्ची पक्की सारी बातें उगलवा  लेते हैं जिन्हें चुपचाप टेप कर लिया करते हैं फिर वो टेप सुना सुनाकर अपने भक्तों को ब्लैकमेल किया करते हैं जिससे सामने वाले को दबाव में लाकर उसके साथ बनाए गए सेक्सुअल संबंधों के वीडियो बनवा कर रख लिया करते हैं जिनके डर से वे स्त्री पुरुष ऐसे ज्योतिषियों तांत्रिकों पंडितों कथाबाचकों एवं साधूसंतों आदि के पीछे पीछे घूमा  करते हैं उन्हें आशा होती है कि शायद वो उनके ऑडियो वीडियो लौटा दें इसके लिए ऐसे लोगों के जहाँ जो कार्यक्रम  होते हैं वहाँ वहाँ भीड़ बढ़ाने पहुँचा करते हैं वीडियो वाले उनके अनुयायी !वे वहाँ जाकर उनकी प्रशंसा करते  उनके कार्यक्रमों में नाचते गाते रोते गिड़गिड़ाते आदि सबकुछ करते हैं लेकिन बाबा वीडियो वापस  नहीं करते हैं। ये वो अश्लील वीडियो होते हैं जिनके बल पर वो सारे सुख भोग रहे होते हैं करोड़ों अरबों  खरबों की संपत्ति इकट्ठी करते चले  जाते हैं इसी बल पर वे बड़े बड़े कारोबार फैला लेते हैं जिनके जिनके वीडियो बाबाओं के पास होते हैं उन्हें तो उनके  प्रोडक्ट खरीदने ही होते हैं और जो जो उनके शिविरों जाते हैं उनके वीडियो तो प्रायः बनते ही हैं बिरला  ही कोई  भले बच जाए इसलिए धार्मिक अपराधों से दूर रहना चाहिए !see more... http://jyotishvigyananusandhan.blogspot.in/p/blog-page_5.html


            ज्योतिष और धर्म से जुड़े लोगों पर अकारण बहुत विश्वास नहीं करना चाहिए !
      बाबाओं के व्यापार  चल जाते हैं किंतु व्यापारियों के उतनी जल्दी  नहीं चलते देखे जाते हैं उसका कारण व्यापारियों को अपने उत्पादनों से समाज का दिल जीतना होता है जबकि बाबाओं के पास जिन जिन के वैसे वाले वीडियो होते हैं वो उनके परमानेंट ग्राहक होते हैं
अपने अपने ज्योतिषियों तांत्रिकों पंडितों एवं साधूसंतों के आचार व्यवहार योग्यता तपस्या जीवन शैली आदि को समझने का निरंतर प्रयास करे धीरे धीरे उनके विषय में हुए अनुभवों को सँजो कर रखता जाए और उनके विषय में जैसे जैसे अनुभव बढ़ते जाएँ वैसे वैसे भरोसा बढ़ाता चला जाए अन्यथा विज्ञापन आदि  देखकर  किसी पर अचानक भरोसा करने लगने से कई बार उनके द्वारा विश्वासघात मिलता है वो परेशान लोगों के मुख से उनके घर गृहस्थी की कच्ची पक्की सारी बातें उगलवा  लेते हैं जिन्हें चुपचाप टेप कर लिया करते हैं फिर वो टेप सुना सुनाकर उसे ब्लैकमेल किया करते हैं जिससे सामने वाले को दबाव में लाकर उसके साथ बनाए गए सेक्सुअल संबंधों के वीडियो बनवा कर रख लिया करते हैं जिनके डर से वे स्त्री पुरुष ऐसे ज्योतिषियों तांत्रिकों पंडितों कथाबाचकों एवं साधूसंतों आदि के पीछे पीछे घूमा  करते हैं उन्हें आशा होती है कि शायद वो उनके ऑडियो वीडियो लौटा दें इसके लिए ऐसे लोगों के 
 

के अर्थ ही हमें हमारा भविष्य बताने या बुरे समय को ठीक करने का दावा करते हैं या भाड़े के प्रशंसा कर्मियों से अपनी प्रशंसा करवाया करते हैं 'गुरु जी' 'स्वामीजी' 'पंडितजी' आदि बहुत सही और बहुत सटीक बताते हैं उनकी कृपा से हमारा तो बिलकुल भाग्य ही बदल गया आदि बातें कुछ लोग अपने बारे में बोलवाकर टीवीचैनलों पर दिखाया करते हैं ऐसा करने वाले लोगों का उद्देश्य ही समाज को धोखा देकर केवल धन कमाना होता है इसमें सच्चाई की गुंजाइस बिलकुल ही नहीं होती है ! क्योंकि ऐसे विज्ञापन जिनकी मदद से किए जाते हैं उन सबको पैसे देने होते हैं और फिर टीवी चैनलों पर दिखाने के लिए मिनटों सेकेंडों के हिसाब से जो मोटी मोटी धनराशि उन्हें देनी पड़ती है वो सच्चाई और ईमानदारी से कमाई ही नहीं जा सकती




' पंडितों पुजारियों को पेठा खिलाने से पुत्र पैदा होगा' जैसे  सपने देखने वालों के लिए नहीं है ज्योतिष !
किंतु ज्योतिष विज्ञान का उपयोग करते समय इतना ध्यान जरूर रखा जाना चाहिए 
ज्योतिष के विषय में ज्यातिषियों से कैसा व्यवहार करने वालों को कितने लाभ की आशा करनी चाहिए ! किस पर विश्वास करें ये निर्णय आपको खुद लेना होगा !मेडिकल की तरह ही ज्योतिष में भी वर्तमान समय में किसी की बातों पर भरोसा नहीं किया जाना चाहिए दावे तो सभी बड़े बड़े करते हैं बल्कि नकली सोना असली से अधिक चमकता है इसलिए भ्रष्टाचार के इस युग में अपने ज्योतिषी का चयन भी उसकी ज्योतिष संबंधी क्वालिफिकेशन से करें !किसी भी विषय में योग्यता आंकने का  यही एक मात्र आधार है , रही बात फीस की तो जिसकी जैसी शिक्षा उसकी वैसी फीस !कंजूस चालाक और दरिद्र लोगों के लिए नहीं है ज्योतिष ! वस्तुतः ये विशुद्ध विज्ञान है इसलिए वैज्ञानिकों की तरह ही ज्योतिषियों की योग्यता को भी कसौटी पर कसें तब भरोसा करें !करोड़पति बनने के लिए पंडितों पुजारियों बाबाओं ढोंगियों को खिचड़ी खिलाकर उनके सामने हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाना बंद करें !योग्य लोगों से सेवा लेने के बदले उन्हें उनकी योग्यता के अनुसार धन दिया ही जाना चाहिए तब ईश्वर आपको भी आपकी योग्यता के अनुसार पारिश्रमिक देगा !दूसरे की योग्यता का उपहास उड़ाकर अपनी कमाई की इच्छा रखने वालों का भाग्य स्वयं में बाँझ होता है !हम जितना बड़ा पात्र रखते हैं समुद्र हमें उतना ही जल देता है इसी प्रकार हम जितने बाड  का बल्ब लगाते हैं बिजली हमें उतना ही प्रकाश देती है इसी प्रकार से ज्योतिष विद्वानों के पास जाकर भी हम जैसा वर्ताव उनके साथ करते हैं उतने ही लाभ की  आशा हमें भी करनी चाहिए उससे अधिक नहीं !see more.... http://jyotishvigyananusandhan.blogspot.in/p/blog-page_5.html

No comments:

Post a Comment